Srishti Sharma 10th Result: सफलता के पीछे की कहानी
हर साल लाखों छात्र सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन कुछ ही ऐसे होते हैं जो अपनी मेहनत, आत्मविश्वास और लगन से इतिहास रचते हैं। पंचकूला की सृष्टि शर्मा ने 2025 में CBSE 10वीं परीक्षा में 100% अंक प्राप्त कर न केवल अपने माता-पिता और स्कूल का नाम रोशन किया, बल्कि पूरे हरियाणा और देश के लिए प्रेरणा बन गईं।
इस लेख में हम सृष्टि शर्मा की सफलता की पूरी कहानी, उनकी पढ़ाई की रणनीति, परिवार का योगदान, और उनके भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानेंगे। साथ ही, हम यह भी समझेंगे कि उनकी उपलब्धि से अन्य छात्रों को क्या सीख मिलती है।

सृष्टि शर्मा: एक परिचय
सृष्टि शर्मा पंचकूला के सेक्टर 15 स्थित भवन विद्यालय की छात्रा हैं। हाल ही में उन्होंने अपना 16वां जन्मदिन मनाया और उसके अगले ही दिन उन्हें अपनी मेहनत का शानदार तोहफा मिला-CBSE 10वीं बोर्ड परीक्षा में 100% अंक।
उनकी इस उपलब्धि ने न सिर्फ उनके स्कूल, बल्कि पूरे पंचकूला को गौरवान्वित किया है।
सफलता की कहानी: कैसे किया सृष्टि ने कमाल?
1. पढ़ाई की रणनीति
सृष्टि ने अपनी सफलता का श्रेय पूरी तरह से सेल्फ-स्टडी और अपने शिक्षकों को दिया। उन्होंने किसी भी विषय के लिए ट्यूशन नहीं ली। उनके अनुसार, उन्होंने रोजाना 17 से 18 घंटे तक पढ़ाई की।
Transition: हालांकि, इतनी लंबी पढ़ाई के बावजूद उन्होंने समय का सही प्रबंधन किया और खुद को कभी थकने नहीं दिया।
2. विषय चयन और मेहनत
सृष्टि ने तीसरी भाषा के रूप में पंजाबी चुनी थी। आमतौर पर छात्र तीसरी भाषा को केवल पास करने के लिए पढ़ते हैं, लेकिन सृष्टि ने इसमें भी पूरे अंक प्राप्त किए।
Transition: इसके अलावा, उन्होंने सोशल साइंस में एक अंक खो दिया, लेकिन CBSE के ‘Best of Five’ नियम के कारण उनका कुल प्रतिशत 100% रहा।
3. गलती से मिली सीख
सृष्टि ने बताया कि सोशल साइंस में एक मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन में गलती हो गई थी, जिससे वह काफी दुखी हुईं।
Transition: फिर भी, उन्होंने हार नहीं मानी और बाकी विषयों में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
परिवार का योगदान
सृष्टि के पिता, राजीव शर्मा, चंडीगढ़ में CITCO में काम करते हैं। उनकी मां, आशा शर्मा, गृहिणी हैं। परिवार ने सृष्टि को हर कदम पर पूरा सहयोग दिया।
Transition: उनके माता-पिता ने कभी भी उन पर दबाव नहीं डाला, बल्कि हमेशा उनका हौसला बढ़ाया।
शिक्षकों की भूमिका
भवन विद्यालय की प्रिंसिपल गुलशन कौर ने सृष्टि की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी लगन और मेहनत सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है।
Transition: स्कूल के शिक्षकों ने भी सृष्टि की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अन्य टॉपर्स की उपलब्धियाँ
इस वर्ष पंचकूला, चंडीगढ़ और मोहाली के कई छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया।
- अमिषा प्रकाश (DPS, चंडीगढ़) और यशस्वी भाव (हंसराज पब्लिक स्कूल, पंचकूला) ने 99.8% अंक प्राप्त किए।
- गुर्नूर सिंह (सेंट जोसेफ स्कूल, चंडीगढ़) और हर्षवीर सिंह (शेमरॉक स्कूल, मोहाली) ने 99.6% अंक हासिल किए।
Transition: इन सभी छात्रों की सफलता ने पूरे क्षेत्र को गर्व से भर दिया।
सृष्टि की आगे की योजना
सृष्टि ने 11वीं कक्षा में नॉन-मेडिकल स्ट्रीम चुनी है। उनका सपना है कि वे आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करें।
Transition: इसके लिए वे अभी से ही पूरी तैयारी में जुटी हैं।
प्रेरणा के सूत्र
सृष्टि की कहानी हमें कई महत्वपूर्ण बातें सिखाती है:
- आत्मविश्वास: खुद पर विश्वास रखना सबसे जरूरी है।
- समय का प्रबंधन: पढ़ाई के साथ-साथ ब्रेक लेना भी जरूरी है।
- परिवार और शिक्षकों का सहयोग: सही मार्गदर्शन और सपोर्ट से असंभव भी संभव हो जाता है।
- कड़ी मेहनत: सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, मेहनत ही असली चाबी है।
सृष्टि का संदेश अन्य छात्रों के लिए
सृष्टि का मानना है कि हर छात्र को खुद पर भरोसा रखना चाहिए।
“अगर आप पूरी ईमानदारी और मेहनत से पढ़ाई करेंगे, तो सफलता जरूर मिलेगी।”
Transition: उनका यह संदेश हर छात्र के लिए प्रेरणादायक है।
CBSE ‘Best of Five’ नियम क्या है?
CBSE बोर्ड 10वीं में ‘Best of Five’ नियम के तहत छात्रों के पांच सर्वश्रेष्ठ विषयों के अंक ही कुल प्रतिशत में जोड़े जाते हैं।
Transition: इससे छात्रों को अपने पसंदीदा विषयों में अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिलता है।
सेल्फ-स्टडी बनाम ट्यूशन
सृष्टि ने बिना ट्यूशन के 100% अंक लाकर यह साबित कर दिया कि सेल्फ-स्टडी सबसे बेहतर तरीका है।
Transition: हालांकि, ट्यूशन भी जरूरी हो सकता है, लेकिन आत्मनिर्भरता से आत्मविश्वास बढ़ता है।
परीक्षा की तैयारी के टिप्स
- रोजाना पढ़ाई करें: एक दिन भी ब्रेक न लें।
- नोट्स बनाएं: खुद के बनाए नोट्स से पढ़ाई करें।
- मॉक टेस्ट दें: समय-समय पर मॉक टेस्ट देकर अपनी तैयारी जांचें।
- डाउट्स क्लियर करें: किसी भी विषय में डाउट हो तो तुरंत शिक्षकों से पूछें।
- स्वस्थ रहें: अच्छी नींद और पौष्टिक भोजन लें।
सृष्टि की उपलब्धि पर सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर सृष्टि की सफलता की खूब चर्चा हो रही है। कई लोग उनकी मेहनत और लगन की सराहना कर रहे हैं।
मीडिया कवरेज और सम्मान
स्थानीय और राष्ट्रीय मीडिया ने सृष्टि की उपलब्धि को प्रमुखता से कवर किया। स्कूल और समाज ने भी उन्हें सम्मानित किया।
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निष्कर्ष
सृष्टि शर्मा की सफलता की कहानी हर छात्र के लिए प्रेरणा है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों और मेहनत में कोई कमी न हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
Transition: उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व की बात है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. सृष्टि शर्मा ने CBSE 10वीं में कितने अंक प्राप्त किए?
सृष्टि शर्मा ने 100% अंक प्राप्त किए।
2. उन्होंने कितने घंटे पढ़ाई की?
उन्होंने रोजाना 17 से 18 घंटे सेल्फ-स्टडी की।
3. सृष्टि ने आगे कौन-सी स्ट्रीम चुनी है?
उन्होंने नॉन-मेडिकल स्ट्रीम चुनी है और आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करना चाहती हैं।
4. सृष्टि की सफलता का राज़ क्या है?
उनकी सफलता का राज़ है-कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास, सेल्फ-स्टडी और परिवार व शिक्षकों का सहयोग।
5. CBSE ‘Best of Five’ नियम क्या है?
इस नियम के तहत छात्रों के पांच सर्वश्रेष्ठ विषयों के अंक कुल प्रतिशत में जोड़े जाते हैं।
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